प्रदेश में तीन दिन से वर्षा-बर्फबारी का क्रम जारी है। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी दुश्वारी बढ़ा रहे हैं। मौसम के बदले मिजाज से गर्मी से जरूर राहत है, लेकिन चारधाम यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वर्षा से गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
जबकि, सेब समेत आम-लीची के लिए ओलावृष्टि काल साबित हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में आज भी वर्षा-बर्फबारी के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भारी हिमपात हो सकता है, जबकि निचले इलाकों में ओलावृष्टि की चेतावनी है। मैदानी क्षेत्रों में 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से झक्कड़ चलने की आशंका है।
लगातार हो रही वर्षा-बर्फबारी से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में पारा लुढ़का हुआ है। देहरादून में भी तापमान सामान्य से करीब 10 डिग्री सेल्सियस नीचे चल रहा है। दून में मंगलवार को भी सुबह से ही रिमझिम वर्षा का क्रम बना रहा। शाम को वर्षा बंद हुई और हल्की धूप खिल उठी।
हालांकि, रात को आसमान में फिर बादल मंडराने लगे। तीन दिन से लगातार हो रही वर्षा के कारण दून की ज्यादातर सड़कें कीचड़ से पटी हुई हैं, जिन पर पैदल राहगीरों के साथ ही दुपहिया वाहन सवारों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मसूरी और आसपास के क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा के चलते ठिठुरन बढ़ गई। पहाड़ों में पारा गिरने से कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है।