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रेलवे की अनोखी पहल, अब कुलियों के लिए होगी मोबाइल ऐप-जानें खूबियां

रेलवे की अनोखी पहल
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नई दिल्ली. नए साल में ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है. अब इंडियन रेलवे यात्रियों को घर से रेलवे स्टेशन और रेलवे स्टेशन से घर सामान पहुंचाने की चिंता से मुक्त करने जा रही है. रलवे के इस योजना से रेलवे स्टेशनों पर बेमतलब की भीड़ से भी छुटाकारा मिल जाएगा.

अब पैसेंजर्स को सामान आने ले जाने के लिए अपने साथ अटेंडेंट लाने की जरूरत नहीं होगी. इंडियन रेलवे जल्द ही इसको लेकर एक खास पहल करने जा रही है. देश में इस योजना की शुरूआत करने की मंजूरी मिल गई है. अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से इसकी शुरुआत 26 जनवरी तक हो जाएगी.

वहीं, पूर्वी भारत में पटना पहला जंक्शन होगा, जहां इसकी शुरुआत होगी. बीते दिनों रेल मंत्रालय ने इसके लिए पूर्व-मध्य रेल मंडल को मंजूरी दे दी है.


कुलियों से रेट को लेकर किचकिच से मिलेगा छुटकारा
बिहार की राजधानी पटना में फरवरी के अंतिम सप्ताह से यह सेवा शुरू होगी. ट्रेन यात्रियों को सामान आने ले जाने की चिंता से निजात मिल जाएगी. पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल ने हाल ही में इसकी मंजूरी दी है. यह सेवा शुरू करने की जिम्मेदारी फिलहाल एक एजेंसी बुक एंड बैगेज्स डॉट कॉम को मिली है. यह एजेंसी एप्प के जरिए यात्रियों को फरवरी महीने के आखिरी सप्ताह से सुविधा देने लगेगी.

यात्रियों को करना होगा ये काम
कोई भी यात्री नोडल एजेंसी के एप्प के जरिए या रलवे की वेबसाइट के माध्यम से अपना सामान बुक करा सकता है. इसके लिए आपको अपने बैग का साइज, वजन और भी कई तरह की जानकारी एप्प के माध्यम से एजेंसी को देनी होगी.

ऐसे तय होगा बुकिंग शुल्क
अगर आपका बैग 10 किलो का है तो आपको एक साइड का शुल्क 125 रुपये देना होगा. अगर एक टिकट पर एक से ज्यादा बर्थ है तो स्वाभाविक तौर पर आपके पास सामान एक से ज्यादा होगा उस स्थिति में एक लगेज का शुल्क तो 125 रुपये लिया जाएगा, लेकिन बाकी के बचे बैग के लिए आपसे 50-50 रुपये लिए जाएंगे.

स्टेशन पहुंचने पर बर्थ या बॉगी तक ले जाने के लिए कुली का जो चार्ज निर्धारित है वह भी देना होगा. आपके सामान की बीमा के साथ-साथ लगेज की रैपिंग, सैनिटाइजेशन और जीपीएस के जरिए सामान की ट्रैकिंग भी कर सकते हैं.

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