भारतीय वायु सेना (IAF) ने ट्विटर पर एक अपडेट साझा करते हुए राफेल विमान की तस्वीर के साथ लिखा , ‘फीट ड्रॉय, पैक पूरा! 36 राफेल विमानों में से आखिरी विमान यूएई वायु सेना के टैंकर के जरिए एक द्रुतगामी मार्ग से भारत में उतरा।’
बता दे कि भारतीय वायुसेना व देश की सुरक्षा के लिए गेमचेंजर माने जा रहे राफेल विमानों की पहली खेप में पांच विमान अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर जुलाई 2020 में उतरे थे।
हालांकि इन्हें 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन ऐरो’ का हिस्सा बनाया गया था। इस बेड़े को सरकार ने इसके एक साल पहले ही पुनर्गठित किया था। पांचों विमानों को एक माह बाद वायुसेना में शामिल कर लिया गया था।
देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए राफेल डील गेमचेंजर साबित हुई है। इसी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि राफेल करार दुनिया और खासकर उनको संदेश है, जो भारत की संप्रभुता को चुनौती देते हैं। 9 अरब डॉलर की राफेल डील वायुसेना के बेड़े में नए विमान शामिल करने के इरादे से की गई थी।