बीती 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद से ही लापता सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मनहास की पत्नी ने अब व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
राकेश्वर सिंह की पत्नी मीनू ने कहा है कि अगर एक जवान ड्यूटी पर पहुंचने में देरी कर दे तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है लेकिन अब जब एक जवान 3 अप्रैल से लापता है तो सरकार चुप बैठी है।
जवान की पत्नी ने कहा, ‘अगर कोई जवान अपनी छुट्टियां खत्म होने के एक दिन बाद ड्यूटी जॉइन करता है तो उसके खिलाफ ऐक्शन होता है। अब जब 3 अप्रैल से जवान लापता है तो सरकार की ओर से कोई ऐक्शन नहीं लिया गया है। हम चाहते हैं कि सरकार कोई मध्यस्थ खोजे ताकि वह (राकेश्वर सिंह) जल्द से जल्द रिहा हों।’