पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को आलाकमान से झटका मिला है. सिद्धू कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा गांधी से मिलने के लिए दिल्ली आए हुए थे लेकिन उन्हें यहां मायूसी हाथ लगी.
खबरों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धू को मिलने तक का समय नहीं दिया. दरअसल पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू राहुल गांधी से मिलने के लिए दिल्ली दरबार पहुंचे थे.
इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) महासचिव हरीश रावत ने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को पार्टी के असंतुष्ट नेताओं की नाराजगी से अवगत कराया और कहा कि उन्हें दूर करना सिंह का कर्तव्य है.
हरीश रावत ने पार्टी आलाकमान द्वारा दिए गए 18 सूत्री कार्यक्रम सहित विभिन्न मुद्दों पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ विचार विमर्श किया. समझा जाता है कि सिद्धू ने अधूरे वादों को लेकर अपनी ‘नाराजगी’ जतायी.
आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस नेता तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी तथा पार्टी के तीन विधायक 25 अगस्त को रावत से मिलने देहरादून गए थे. ये लोग अमरिंदर सिंह को पद से हटाया जाना चाहते हैं.
दिन में भी कई विधायकों ने रावत से मुलाकात की. विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहरा भी देहरादून में रावत से मिलने वाले नेताओं में से थे.
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से कहा कि मौजूदा स्थिति पार्टी को “नुकसान” पहुंचा रही है और उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के हस्तक्षेप की मांग की.