मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान अपना बहुमत साबित नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अब अगले चुनाव का सामना करेगी. इससे पहले विधानसभा में हंगामा देखने को मिला औऱ कांग्रेस के विधायक सदन से बाहर निकल कए. फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री ने भावुक भाषण दिया और केंद्र सरकार पर अपनी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया. नारायणासामी ने कहा है कि वह उप राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौपेंगे. इसके बाद वह एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
‘हमने किसानों एवं कारोबारियों के लिए योजनाएं शुरू कीं’
विधानसभा में अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जिक्र करते हुए नारायणसामी ने कहा कि कई लोगों का कहना है कि हमारी सरकार ने कुछ नहीं किया लेकिन हमने किसानों और कारोबारियों के हित में योजनाएं शुरू कीं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘एलजी किरन बेदी और केंद्र सरकार ने निर्वाचित सरकार को गिराने के लिए लगातार प्रयास किए. इन सभी बाधाओं के बावजूद हमारे विधायक एकजुट रहे और पांच साल का कार्यकाल पूरा किया, इस पर मुझे गर्व है.’
केंद्र से जरूरी सहयोग नहीं मिला-नारायणसामी
विधानसभा में नारायणसामी ने कहा, ‘साल 2016 में हमने डीएमके एवं एक निर्दलीय विधायक के समर्थन से अपनी सरकार बनाई. हमारी सरकार को केंद्र सरकार से जरूरी वित्तीय मदद नहीं मिली. उप-राज्यपाल किरण बेदी ने सरकार चलाने में अवरोध उत्पन्न किया. कठिनाइयों एवं परेशानियों के बावजूद हम चाहते थे कि कांग्रेस की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे.’
नारायणसामी को आज साबित करना है बहुमत
इससे पहले नारायणसामी ने शुक्रवार को केंद्र पर विपक्षी पार्टी एआईएनआरसी और अन्नाद्रमुक की मदद से उनकी सरकार को गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस इस तरह के जोड़-तोड़ की कोशिश को नाकामयाब करेगी. केंद्रशासित प्रदेश की उपराज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन ने एक दिन पहले ही उन्हें 22 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है.