प्रदेश में पिछले 24 घंटे में बिजली संकट बढ़ गया है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही छोटे कस्बों में भी बृहस्पतिवार को बिजली कटौती की गई। शुक्रवार के लिए यूपीसीएल ने बिजली की मांग 5.5 करोड़ यूनिट से भी ऊपर आंकी है। प्रदेश में जैसे-जैसे पारा चढ़ रहा है, वैसे ही बिजली की मांग भी बेकाबू होती जा रही है। बृहस्पतिवार को सुबह से गर्मी के बीच बिजली की मांग रिकॉर्ड 5.4 करोड़ यूनिट तक रही।
दोपहर और शाम को यूपीसीएल को बाजार से अपेक्षाकृत कम बिजली मिली, जिसकी वजह से दो से चार घंटे तक कटौती करनी पड़ी। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर के साथ ही कोटद्वार, हल्द्वानी से लेकर काशीपुर तक बिजली कटौती हुई। हालांकि अभी कटौती की आंच से उद्योग बचे हुए हैं लेकिन फर्नेश इंडस्ट्री में भी कटौती की जा रही है।
यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, शुक्रवार को बिजली की मांग 5.5 करोड़ यूनिट का आंकड़ा पार कर सकती है। शॉर्ट टर्म टेंडर के अलावा रियल टाइम मार्केट से भी बिजली खरीदने की कोशिश की जा रही है। मांग के सापेक्ष अभी 5 करोड़ यूनिट तक बिजली तो उपलब्ध है। बाकी बिजली बाजार से खरीदने की मजबूरी बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में देर शाम तक पांच घंटे तक की कटौती दर्ज की गई। गर्मी के बीच बिजली न आने की वजह से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है।