केंद्र की मोदी सरकार लंबे समय से रिक्त चल रहे देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार पद को भरने के लिए मंथन कर रही थी. इस पोस्ट के लिए कई नामों में दो महिलाएं भी शामिल थीं. लेकिन कोई सहमति नहीं बन पा रही थी. आखिरकार केंद्र सरकार ने बजट से पहले ही मुख्य आर्थिक सलाहकार के पद पर नियुक्ति कर दी है. डॉ. वी अनंत नागेश्वरन को देश का नया मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया है. बता दें कि पिछले साल केवी सुब्रमण्यन के इस्तीफा देने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद खाली पड़ा था.
इस पोस्ट पर नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार काफी समय से पसोपेश में थी. अब बजट से 3 दिन पहले ही केंद्र सरकार ने आनन-फानन में नागेश्वर देश का नया मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया है. इस नियुक्ति से पहले डॉ. नागेश्वरन एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं. उन्होंने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाया है. अनंत नागेश्वरन आईएफएमआर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन और केरा विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के विशिष्ट विजिटिंग प्रोफेसर थे.
वह 2019 से 2021 तक भारत के प्रधान मंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य भी रहे हैं. उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है और एमहर्स्ट में मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है. बता दें कि बीते दिसंबर में केवी सुब्रमण्यन का कार्यकाल बतौर मुख्य आर्थिक सलाहकार खत्म हो गया था. उससे पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया और शिक्षक कार्य में लौट गए थे.