आज उत्तर प्रदेश में सातवें चरण चुनाव के साथ पांच राज्यों की चुनावी प्रक्रिया भी खत्म हो जाएगी. इसी के साथ अब पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तेल कंपनियां ईंधन के दाम बढ़ाने की तैयारी कर चुकी है. जल्द ही एक-दो दिनों में पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. इस बार तेल के दामों में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. इसका बड़ा कारण यह भी है कि करीब 4 महीनों से पेट्रोल और डीजल के दाम जस के तस बने हुए हैं. दूसरी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल 4 साल के रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गया है, तो दूसरी ओर 5 राज्यों का विधानसभा चुनाव आज अंतिम पड़ाव में आ चुका है.
पिछले कुछ सालों के ट्रेंड को देखें तो इस बात की आशंका है कि सरकारी तेल कंपनियां डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ाने की शुरुआत अब किसी भी समय कर सकती है. बता दें कि साल 2021 में पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी उछाल देखने को मिला था. कई राज्यों में पेट्रोल 110 रुपए लीटर से भी अधिक निकल गया था. इसके बाद केंद्र सरकार ने एक्साइज घटाकर लोगों को महंगाई से बड़ी राहत दी थी. उसके बाद से अभी तक डीजल-पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाए गए हैं. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने सातवें चरण चुनाव से पहले ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर तंज भी कसा है. ‘राहुल ने लिखा पेट्रोल का टैंक फुल करा लीजिए मोदी सरकार का चुनावी ऑफर खत्म होने जा रहा है’.