पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के तीसरे दिन भी सियासत गरमाई हुई है. जहां केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय इस मामले में पंजाब की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार को बख्शने के मूड में नहीं है. वहीं दूसरी ओर पंजाब सरकार भी केंद्र सरकार के आरोपों पर लगातार अपना पक्ष प्रस्तुत कर रही है. इस बीच शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर बड़ा एक्शन लिया है.
गृह मंत्रालय ने 5 जिलों के एसपी समेत 13 अधिकारियों को तलब किया है. केंद्र के तीन अधिकारियों ने इन 13 अफसरों को तलब किया है. पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में पंजाब के डीजीपी, आईजी और एपी स्तर के अधिकारियों को तलब किया गया है. मोगा, मुक्तसर साहिब, फरीदकोट और तरन तारन जिले के एसपी को भी तलब किया गया है.
150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. उल्लेखनीय है कि 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हुसैनीवाला शहीद स्मारक में एक रैली को संबोधित करने जा रहे थे. मौसम खराब होने के कारण बठिंडा एयरपोर्ट से सड़क का रास्ता लेना पड़ा. तभी किसानों ने रैली स्थल से 12 किमी पीछे एक फ्लाइओवर पर जाम लगा दिया. पीएम की सुरक्षा में इतनी बड़ी खामी का मुद्दा गरम है.
वहीं सुप्रीम कोर्ट पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के मामले पर सुनवाई अब सोमवार को करेगा. याचिकाकर्ता एडवोकेट मनिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से घटना की तुरंत जुडिशल जांच करवाने की मांग की थी ताकि भविष्य में ऐसी चूक नहीं हो. अदालत में दायर अर्जी में कहा गया था कि यह घटना पंजाब सरकार की ओर से एक गंभीर चूक है. चीफ जस्टिस ने याचिकाकर्ता से था पूछा कि वो सुप्रीम कोर्ट से क्या चाहते हैं.
इस पर सिंह ने कहा कि मामले की पेशेवर तरीके से जांच हो. इलाके के जिला जज से कहा जाए कि वह रेकॉर्ड में लें और सुप्रीम कोर्ट खुद मॉनिटर करे.