पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में हुए नगर निकाय के चुनाव में मिली जबरदस्त सफलता के बाद उत्साहित थे. बता दें कि चंडीगढ़ निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी के खाते में 14 सीट आई थी जबकि भाजपा 12 सीट ही जीत सकी थी. इस प्रकार मुख्यमंत्री केजरीवाल चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी का मेयर बनाने के लिए तैयारी कर रहे थे. लेकिन आज भाजपा ने अपना सियासी मास्टर स्ट्रोक चल दिया. नगर निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी से 2 सीट कम होने के बाद भी आज भाजपा ने बड़ा उलटफेर करते हुए सरबजीत कौर को मेयर बना दिया. भारतीय जनता पार्टी की पार्षद सरबजीत कौर को शनिवार को चंडीगढ़ नगर निगम की नई महापौर चुन लिया गया.
उन्होंने आम आदमी पार्टी की अंजू कत्याल को सीधे मुकाबले में केवल एक मत से पराजित कर दिया. निकाय चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने वाली आप ने मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. चुनाव के बाद मेयर की कुर्सी के पीछे ही आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद धरने पर बैठ गए हैं. डीसी विनय प्रताप सिंह को भी मौके पर रोक लिया गया है. नगर निगम के अंदर मार्शल बुलाए गए हैं, धक्का-मुक्की जारी है. आप की पार्षद भी मेयर के बगल की कुर्सी पर बैठ गई हैं. बता दें कि चंडीगढ़ निकाय चुनाव के दौरान बीजेपी ने 12 सीटें जीती थीं. जबकि आम आदमी पार्टी के खाते में 14 सीटें आई थी.
कांग्रेस से निकाले जाने के बाद देवेंद्र सिंह बबला अपनी नवनिर्वाचित पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा में शामिल हो चुके हैं, जबकि बीजेपी की सांसद किरण खेर को भी एक वोट डालने का अधिकार है. इस तरह से बीजेपी के पास 14 वोट हो गए थे. बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम के नतीजे 27 दिसंबर को घोषित किए गए थे जिसमें 35 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 14 और भाजपा को 12 पर विजय प्राप्त हुई थी. कांग्रेस को आठ तथा अकाली को एक सीट मिली थी. हालांकि, कांग्रेस की पार्षद हरप्रीत कौर बबला चुनाव परिणाम घोषित होने के कुछ दिनों बाद भाजपा में शामिल हो गई थीं. 35 पार्षदों के अलावा चंडीगढ़ के सांसद जो नगर निगम में पदेन सदस्य हैं को भी मतदान का अधिकार है.