आज धार्मिक रीति-रिवाज और विशेष मंत्रोच्चार के बाद विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट खुल गए। शुक्रवार को शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से मां गंगा की भोग मूर्ति के साथ मां सरस्वती व मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को डोली यात्रा के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना की गई। भैरोंघाटी स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के पश्चात पूजा अर्चना के बाद डोली यात्रा शनिवार तड़के चार बजे गंगोत्री धाम रवाना हुई।
गंगोत्री धाम पहुंचने के बाद यहां विशेष पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चार के बाद अक्षय तृतीया के शुभ लग्नानुसार सुबह 7.31 बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट खोले गए। 14 मई को अक्षय तृतीया के दिन यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। 17 मई को बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 मई को खोले जाएंगे ।
शनिवार को पंचमुखी की डोली बाबा केदारनाथ धाम पहुंची। यमुनोत्री और गंगोत्री में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन की । पीएम ने इस दौरान 11 सौ रुपये मंदिर समिति को भिजवाए । बता दें कि इस बार कोरोना महामारी की वजह से उत्तराखंड सरकार ने भक्तों को चारों धामों की ऑनलाइन पूजा करने की व्यवस्था की है ।
गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश और देश के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं । गौरतलब है कि चारों धाम शीतकालीन के लिए छह महीने के लिए बंद कर दिए जाते हैं ।