भारत सरकार के अनुसार, फरवरी 2025 में आधार प्रमाणीकरण लेन-देन की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। हालांकि सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, जनवरी 2025 में 284 करोड़ से अधिक प्रमाणीकरण लेन-देन दर्ज किए गए थे, जो जनवरी 2024 की तुलना में 32% अधिक थे।
आधार की फेस प्रमाणीकरण प्रणाली की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। जनवरी 2025 में लगभग 12 करोड़ फेस प्रमाणीकरण लेन-देन हुए, जिससे अक्टूबर 2021 में इसकी शुरुआत के बाद से कुल संख्या 102 करोड़ को पार कर गई।
आधार ई-केवाईसी सेवा ने भी महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है, जिससे बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में ग्राहक सत्यापन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी हुई है। जनवरी 2025 में 43 करोड़ से अधिक ई-केवाईसी लेन-देन हुए, जिससे कुल संख्या 2,268 करोड़ को पार कर गई।
इन आंकड़े भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास और आधार की बढ़ती भूमिका को दर्शाते हैं, जो नागरिकों को विभिन्न सेवाओं के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक पहचान प्रमाणीकरण प्रदान कर रहा है।