उत्‍तराखंड

एक साल का कार्यकाल पूरा: सीएम की कुर्सी संभालने के बाद धामी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा, हार के बाद भी मिली राज्य की कमान

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए आज सियासी करियर का सबसे महत्वपूर्ण दिन है. एक साल पहले आज ही के दिन 4 जुलाई साल 2021 को पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी. उन्होंने राजभवन में उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. 45 साल के धामी उत्तराखंड के अब तक के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने. इसी के साथ प्रदेश में युवा नेतृत्व की भी शुरुआत हुई थी. धामी को आज मुख्यमंत्री बने एक साल हो गए हैं. मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. राज्य की कमान संभालने के बाद सीएम धामी ने विकास कार्यों को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं. भाजपा हाईकमान ने उत्तराखंड को एक सरप्राइज मुख्यमंत्री के रूप में धामी को पेश किया था.

धामी भी हाईकमान की उम्मीदों पर पूरी तरह खरे उतरे हैं. मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद धामी राजनीति के शिखर पर लगातार आगे बढ़ते चले गए. मुख्यमंत्री धामी ने सत्ता संभालते ही सबसे पहले 24 घंटे के अंदर ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया. उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव ओम प्रकाश को हटाकर उनकी जगह सुखबीर सिंह संधू को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया. 4 जुलाई 2021 को धामी के लिए सबसे बड़ी चुनौती आठ महीने में फरवरी, साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर थी. त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने चारों धामों के लिए देवस्थानम बोर्ड की स्थापना की थी. जिसे लेकर तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज में भारी नाराजगी थी. विधानसभा चुनाव से पहले सीएम धामी ने देवस्थानम बोर्ड को भी भंग कर तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी खत्म कर दी. इसके साथ बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और सैनिक परिवारों के लिए भी कई योजनाओं को लागू किया. उनके काम करने का स्टाइल पार्टी हाईकमान को भी खूब रास आने लगा. इसी साल फरवरी महीने में हुए विधानसभा चुनाव पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ही लड़े गए.

खटीमा से चुनाव हारने के बाद भी हाईकमान ने धामी पर ही जताया भरोसा

फरवरी साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इतिहास रचते हुए उत्तराखंड में एक बार फिर से भगवा लहराया, लेकिन धामी अपनी परंपरागत सीट खटीमा से हार गए. भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किए गए पुष्कर सिंह धामी के खटीमा से चुनाव हारने से पार्टी को बड़ा झटका लगा. पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हारने के बाद उत्तराखंड में ‘कौन बनेगा मुख्यमंत्री’ का सवाल बहुत तेजी से उठ रहा था. सीएम पद की रेस में कई नाम सामने आए थे. लेकिन, 11 दिनों के इंतजार के बाद आखिरकार भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी के नाम पर ही मुहर लगा दी. आखिरकार 23 मार्च को पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को एक भव्य समारोह में लगातार दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर प्रदेश की राजनीति में नया इतिहास रचा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कैबिनेट के कई मंत्री और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने. उसके बाद पुष्कर सिंह धामी के लिए 6 महीनों के भीतर एक बार फिर विधानसभा चुनाव जीतने की बड़ी चुनौती थी. आखिरकार चंपावत में हुए विधानसभा चुनाव में सीएम धामी ने बड़ी जीत हासिल की. कांग्रेस की प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को 55 हजार से अधिक वोटों से हराकर शानदार जीत हासिल की.

सीएम धामी ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन भी किए पूरे–

अब मुख्यमंत्री धामी ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन भी पूरे कर लिए हैं. 30 जून मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर कई कार्यक्रम में शामिल होकर उत्तराखंड को पूरे हिंदुस्तान में सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने का संकल्प लिया. इस मौके पर विकास योजनाओं को लागू करने के लिए घोषणाएं की. पलायन, स्वरोजगार, अवस्थापना विकास सहित राज्य की तरक्की से जुड़े क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है. अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को साल में तीन गैस सिलेंडर फ्री देने का एलान किया गया. भारतमाला परियोजना के तहत प्रदेश में 500 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हो रहा है. प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के लिए कमेटी का गठन किया गया है.
इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में बायोमीट्रिक उपस्थिति को कड़ाई से लागू किया. सचिवालय में सोमवार को नो मीटिंग डे लागू किया. व्यापारी बीमा योजना की राशि को पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया. पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों को घर बैठे ई एफआईआर कराने की भी सुविधा प्रदान की है. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 दिन में हमने समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई है. कमेटी छह महीने में ड्राफ्ट तैयार कर सरकार को देगी. राज्य में समान नागरिक संहिता लागू होगी. तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने के 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लौट आए हैं. अब एक बार फिर से पुष्कर सिंह धामी दूसरे कार्यकाल में 100 दिन पूरे होने पर विकास कार्य के पथ पर जुट गए हैं.

–शंभू नाथ गौतम

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