गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन के मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय जल जीवन कोष को लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मणिपुर और गुजरात सहित देश के पांच राज्यों में जल जीवन मिशन के लाभार्थियों से वर्चुअली संवाद किया. पीएम मोदी ने कहा ” जल संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. इसके लिए हमें युद्ध स्तर पर प्रयास करने होंगे.पानी को हमें प्रसाद की तरह इस्तेमाल करना चाहिए. हमें पानी को लेकर आदतें बदलनी होंगी. पानी बर्बाद करने से लोग बचें. साथ ही किसान भी कम पानी वाली फसलों पर ज्यादा जोर दें.”
उन्होंने आगे कहा कि ” ये विकेंद्रीकरण का भी बहुत बड़ा अभियान है. हमने बहुत सी ऐसी फिल्में देखी हैं, कहानियां पढ़ी हैं, कविताएं पढ़ी हैं जिनमें विस्तार से ये बताया जाता है कि कैसे गांव की महिलाएं और बच्चे पानी लाने के लिए मीलों दूर चलकर जा रहे हैं. कुछ लोगों के मन में, गांव का नाम लेते ही यही तस्वीर उभरती है. लेकिन बहुत कम ही लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि आखिर इन लोगों को हर रोज किसी नदी या तालाब तक क्यों जाना पड़ता है, आखिर क्यों नहीं पानी इन लोगों तक पहुंचता? मैं समझता हूं, जिन लोगों पर लंबे समय तक नीति-निर्धारण की जिम्मेदारी थी, उन्हें ये सवाल खुद से जरूर पूछना चाहिए था.
“ये गांव और महिलाओं द्वारा आगे बढ़ाया जाने वाला मिशन है. इसका मुख्य आधार, जनआंदोलन और जनभागीदारी है. गांव की महिलाओं का सशक्तीकरण हमारी सरकार की प्राथमिकताओं मे ंसे एक है. लड़कियों के स्वास्थ्य पर हमारी सरकार विशेष ध्यान दे रही है.”
बता दें कि प्रधानमंत्री ने अगस्त, 2019 में जल जीवन मिशन की घोषणा की थी.इस मिशन का उद्देश्य हर घर में पानी की सप्लाई पहुंचाना है.
PM Narendra Modi virtually launches the Rashtriya Jal Jeevan Kosh & Jal Jeevan Mission mobile application. pic.twitter.com/tEPLOS9lRt
— ANI (@ANI) October 2, 2021