ऋषिकेश के तपोवन मुनिकीरेती के गंगा तट पर सात दिन पूर्व युवक की हत्या कर हाथ और पैर बांधकर गंगा में फेंक दिया गया था। पुलिस ने हत्या में गंगा तट पर ही कुटिया में रहने वाले एक साधु वेशधारी को गिरफ्तार किया है।
बता दे कि साधु वेशधारी ने पैसे के लालच में अजय साहू की हत्या की थी। आरोपित मूल रूप से हरियाणा का रहने वाला है। यहां नीमबीच पर कई वर्षों से कुटिया बनाकर रह रहा है। पुलिस के मुताबिक आरोपित पूर्व में भी थाना मनसा देवी पंचकूला हरियाणा से हत्या और एनडीपीएस के मामले में जेल जा चुका है।
बताया जा रहा है कि पांच मार्च को जब पुलिस को पांडव पत्थर के समीप गंगा किनारे से एक युवक का शव मिला था। युवक के हाथ और पैर रस्सी से बंधे थे। मृतक की जेब से एक बंद मोबाइल फोन मिला था। पुलिस ने एसओजी की मदद से मोबाइल नंबर के जरिये मृतक के स्वजन का पता लगाया।
हालांकि उसकी पहचान अजय शाहू (24 वर्ष) पुत्र अशरफी शाहू निवासी गली तीन, शीशम झाड़ी, मुनिकीरेती के रूप में हुई। तीन मार्च को वह घर से किसी बात पर झगड़ा कर चला गया था। उसके बाद से वापस नहीं आया था, अजय के पिता ने इस मामले में बीते शुक्रवार को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
हालांकि थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के 48 घंटे के भीतर हत्यारोपित शंकर गिरी उर्फ संजय कुमार निवासी कुटिया नीम बीच, घुघतानी तल्ली, तपोवन मुनिकीरेती को रविवार को खारास्रोत पुलिया के पास से गिरफ्तार किया गया।
आरोपित मूल रूप से ग्राम बरोदा, थाना गोहाना, जिला सोनीपत, हरियाणा हाल का निवासी है। आरोपित शंकर गिरी ने बताया कि उसे नशे की लत है, वह स्मैक पीता है। इसी कारण उसकी अजय साहू से जान पहचान हो गई थी। वह भी नशे का आदी था।
बता दे कि दोनों चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश से स्मैक लेकर आते थे। कुटिया के पास घाट पर नशा करते थे। चार मार्च को भी दोनों ने कुटिया में बैठकर नशा किया, फिर दोनों पांडव पत्थर के पास बैठकर नशा करने लगे। इस दौरान अजय के पास मौजूद पैसों को देखकर लालच आ गया था। अजय से पैसे मांगे तो वह गाली देने लगा।
जिसके बाद दोनों का आपस में झगड़ा हो गया। अजय उठा और गाली देते हुए चला गया। शंकर गिरी ने बताया कि फोन करके वापस बुलाया और फिर स्मैक पिलाई। जब अजय को ज्यादा नशा हो गया तो सिर पर पीछे से पत्थर मार दिया। जिससे वह बेसुध हो गया। उसकी जेब से 4500 रुपये निकाले।