चारधाम यात्रा 2022 के शुरू होने से लेकर अब तक कई तीर्थयात्री मौत का शिकार होगये है. इन तीर्थयात्रियों के मौत का कारण सांस की बिमारी, हार्ट अटैक आदि बताये जा रहें हैं. ऐसे में तीर्थ यात्रियों की मौत के आंकड़े बढ़ने के बाद सरकार ने केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर हर 500 मीटर की दूरी पर पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर रखने का निर्णय लिया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने इसके निर्देश दिए. बताया कि चारधाम यात्रा रूट पर तीर्थ यात्रियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
राज्य स्वास्थ्य अभिकरण में अफसरों के साथ बैठक में डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अधिक सुलभ बनाने एवं मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री का रिकॉड सुरक्षित करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति की डिजीटल हेल्थ आईडी बनाई जायेगी जिसकी शुरूआत राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा की जा चुकी है.
इसके साथ ही प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के तहत केदारनाथ, तुंगनाथ, हेमकुंड साहिब, यमुनोत्री में पैदल यात्रा मार्गों पर यात्रियों की सुविधा के लिए पोर्टेबल आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध रहेंगे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के जिन मेडिकल कॉलेजों में एमआरआई मशीन व जिला चिकित्सालयों में सीटी स्कैन एवं अल्ट्रासाउंड मशीने नहीं है वहां पर जल्द मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव राधिका झा, चैयरमैन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण डीके कोटिया, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 शैलजा भट्ट, कुलपति उत्तराखंड मेडिकल विश्वविद्यालय प्रो हेमचन्द्र, अपर सचिव स्वास्थ्य अरूणेन्द्र चौहान, अपर निदेशक डॉ आशुतोष सयाना आदि मौजूद रहे.