पंजाब की सत्ता संभालने पर मुख्यमंत्री भगवंत मान आए दिन कई बड़े फैसले लेते जा रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करने को लेकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय का व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया था. इसमें कोई भी व्यक्ति भ्रष्टाचार धोखाधड़ी संबंधित सूचना दे सकता है. ऐसे ही आज मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने ही विधायकों की पेंशन को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए आदेश जारी किया है. भगवंत मान ने निर्देश दिए हैं कि अब राज्य के विधायकों को सिर्फ एक ही पेंशन मिलेगी.
चाहे वह कितनी ही बार चुनाव जीता हो. मान ने कहा कि जब विधायक सेवा के नाम पर राजनीति में आते हैं तो फिर लाखों की पेंशन देना जायज नहीं है. मुख्यमंत्री मान ने कहा कि विधायक ही नहीं बल्कि उनके परिवारों को मिल रही पेंशन को भी रिवाइज किया जाएगा. मान ने कहा कि आने वाले दिनों में इसके बारे में विस्तृत जानकारी दे दी जाएगी. आप सरकार के इस फैसले से सबसे बड़ा झटका कांग्रेस और अकाली दल को लगा है.
प्रकाश सिंह बादल, कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा राजिंदर कौर भट्ठल समेत अकाली दल और कांग्रेसी दिग्गजों को लगा है. जिन्हें कई बार विधायक रहने की वजह से लाखों रुपये की पेंशन मिल रही थी. उन्होंने कहा कि कोई विधायक चाहे पांच बार जीते चाहे 10 बार उन्हें सिर्फ एक ही बार की पेंश मिलेगी.
सीएम भगवंत मान ने कहा कि अब तक की व्यवस्था रही है कि कोई चाहे जितनी बार जीते उसे उतनी बार की पेंशन मिलती थी जिससे खजाने पर बहुत बोझ पड़ता था. बता दें कि पंजाब में सरकार चलाने के लिए आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान को फ्री हैंड कर दिया है. भगवंत मान पर पंजाब में सत्ता चलाने के लिए दिल्ली से दबाव नहीं होगा.