शहर के मल्लीताल मेट्रोपोल क्षेत्र में शत्रु संपत्ति से 134 अवैध कब्जों को ढहाने के बाद अब जिला प्रशासन पूरी 8.72 एकड़ भूमि का उपयोग पार्किंग के लिए करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इस प्रस्ताव को गृह मंत्रालय भारत सरकार भेजा जाएगा।
शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय से अनुमति मिलने के बाद इसका उपयोग पार्किंग के लिए हो सकेगा पूरी संपत्ति पर पार्किंग बनी तो इसकी क्षमता डेढ़ हजार वाहनों से अधिक होगी। जिला प्रशासन की मेट्रोपोल के 1880 में बने होटल के साथ ही अन्य अनुपयोगी भवनों को गिराने की योजना है। इसके लिए शासन को पत्राचार किया जा रहा है। सरोवर नगरी में पर्यटन सीजन में पार्किंग बड़ी समस्या बन गया है।
पार्किंग की कमी की वजह से पर्यटक वाहनों को करीब छह किलोमीटर दूर रूसी बाइपास में पार्क किया जाता है। फिर पर्यटकों को शटल सेवा से शहर लाया जाता है। लग्जरी वाहनों को छह किमी दूर पार्क करने की वजह से उच्च आय वर्ग वाले पर्यटकों की आमद साल दर साल घट भी रही है। फिलहाल मेट्रोपोल के एक हिस्से में केंद्र सरकार की अनुमति मिलने के बाद 2019 से अस्थाई पार्किंग चल रही है।