मानसून के दौरान मूसलाधार वर्षा ने भले ही आम जनजीवन प्रभावित किया हो मगर नैनी झील की सेहत के लिए यह वरदान साबित हुई है। यही कारण है कि झील का जलस्तर दस वर्षों में अपने उच्च स्तर पर है। जलस्तर सामान्य से 11 फीट ऊपर पहुंचने पर सिंचाई विभाग ने निकासी गेट खोले। साढ़े दस फीट पहुंचने पर गेटों को बंद कर दिया जाएगा।
इस बार गर्मियों से ही शहर में अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मानसून शुरू होने के साथ ही मूसलाधार वर्षा से प्राकृतिक जल स्रोत रिचार्ज भी हो गए। जिससे नालों के माध्यम से झील को पर्याप्त पानी मिल रहा है। इधर, रविवार रात को हुई मूसलाधार वर्षा से कुछ ही घंटों में झील के जलस्तर में करीब सात इंच की बढ़ोतरी हो गई। सुबह तक जलस्तर 11 फीट पहुंचा तो सिंचाई विभाग ने आपदा प्रबंधन विभाग व पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने तल्लीताल, हरिनगर क्षेत्र में मुनादी कर झील के निकासी गेट खोलने व नाले से दूर रहने की अपील की। इसके बाद करीब साढ़े आठ बजे झील के दो गेटों को पूरी क्षमता के साथ खोला गया। झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश गैड़ा ने बताया कि जलस्तर 10.6 फीट पहुंचने के बाद झील के निकासी गेट बंद कर दिए जाएंगे।
सरोवर नगरी में मानसून की तेज बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। बारिश से स्कूली बच्चों व पर्यटकों की भी फजीहत हुई। यहां बीती रात करीब ढाई बजे से जबरदस्त बारिश हुई, जो सुबह करीब नौ बजे तक जारी रही, फिर धूप निखर आई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में करीब 75 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। पिछले 24 घंटे में झील का जलस्तर सात इंच बढ़ा है।