मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का मुंबई एनसीबी में कार्यकाल समाप्त हो चूका है. जिसके बाद अब उनका ट्रांसफर डीआरआई विभाग में हो गया है. बता दें कि मुंबई एनसीबी में जोनल डायरेक्टर पद पर आने से पहले समीर वानखेड़े इसी विभाग में थे. डीआरआई विभाग से ही उन्हें मुंबई एनसीबी में लाकर जोनल डायरेक्टर बनाया गया था. अब उन्हें फिर से डीआरआई में भेज दिया गया है.
इससे पहले रविवार को नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर के बीजेपी और एनसीबी के बीच सांठगांठ का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े को उनके पद पर बनाए रखने के लिए बीजेपी के बड़े नेता दिल्ली में लॉबिंग कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि, ‘एक हफ्ते से यह स्टोरी प्लांट की जा रही है कि समीर वानखेड़े एक्सटेंशन की मांग नहीं करेंगे. लेकिन मुझे जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक उनकी यहां पोस्टिंग को एक्सटेंशन देने के लिए महाराष्ट्र बीजेपी के बड़े नेता दिल्ली में लॉबिंग कर रहे हैं. हर तरह के अवैध काम करने की इस अधिकारी पर शिकायतें और रिपोर्ट होते हुए भी बीजेपी नेता इन्हें मुंबई में बनाए रखने के लिए उत्सुक हैं. इसका मतलब क्या है? वसूली गैंग में उनकी भागीदारी है क्या? ‘
नवाब मलिक ने सवाल किया कि, ‘ 31 तारीख को समीर वानखेड़े का एक्सटेंशन खत्म होने पर उन्हें रिलीव क्यों नहीं किया गया? या फिर उसे एक्सटेंड क्यों नहीं किया गया? इस पर निर्णय को प्रलंबित क्यों रखा गया है? होने दीजिए…वानखेड़े को यहां रखा गया, तो अच्छा ही होगा. उनके फर्जीवाड़े को बाहर लाने का मुझे मौका मिलेगा.’