शरीर में कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से प्रजनन के कारण कैंसर होता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि कानों में अजीब सी झनझनाहट या आवाज माउथ कैंसरी का वॉर्निंग साइन हो सकती है. इसलिए कान में अचानक होने वाली हलचल को नजरअंदाज बिल्कुल न करें.कान से जुड़े तीन लक्षण मुंह के कैंसर का संकेत दे सकते हैं. हालांकि, ये बहुत आम लक्षण नहीं हैं.
ये सभी लक्षण टैंप्रोमैंडिबुलर जॉइंट (टीएमजे) डिसॉर्डर से ग्रस्त लोगों से मिलते-जुलते हैं. कान में दर्द जो जबड़े और गाल तक फैल सकता है. कान में अजीब सा भरापान या दबाव महसूस होना. कानों में रिंगिंग साउंड या झनझनाहट महसूस होना भी माउथ कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
माउथ या ओरोफैरिंगल कैंसर के कारण को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है. हालांकि कुछ विशेष कारक इसके बढ़ने की वजह हो सकते हैं. ब्रिटेन के लोगों पर की गई एक स्टडी के मुताबिक, तकरीबन 60 फीसद लोग धूम्रपान यानी स्मोकिंग की वजह से ओरोफैरिंगल कैंसर का शिकार होते हैं.
कैंसर पर हुई स्टडी में ये भी पता चला है कि घर या वर्कप्लेस पर सेकंड हैंड स्मोकिंग (पैसिव स्मोकिंग) से भी लोगों में माउथ या ओरोफैरिंगल कैंसर का थोड़ा खतरा होता है. इसके अलावा एल्कोहल का सेवन भी माउथ या ओरोफैरिंगल कैंसर को ट्रिगर कर सकता है. स्टडी के मुताबिक, करीब 30 प्रतिशत लोग एल्कोहल की वजह से ही माउथ कैंसर का शिकार होते हैं.माउथ कैंसर के अन्य लक्षण
होंठ या मुंह के घाव का ठीक न होना
मुंह के अंदर सफेद रंग के धब्बे
दांतो का टूटना
मुंह के अंदर गांठ बनना
मुंह या कान में दर्द
खाने की चीजें निगलने में मुश्किलनेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के मुताबिक, यदि शुरुआती स्टेज पर ही माउथ कैंसर का पता लगा लिया जाए तो इसे सर्जरी से निकाला जा सकता है. इसमें माउथ कैंसर दोबारा होने की संभावाना बहुत कम ही होती है. NHS का कहना है कि अगर तीन सप्ताह बाद भी मुंह के अंदर अजीब सा बदलाव देखने को मिल रहा है तो डेंटिस्ट या डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए.
मेयो क्लीनिक के मुताबिक, जब होंठ या मुंह पर कोशिकाएं अपने डीएनए में बदलाव (म्यूटेशन) करती हैं तो ये कैंसर का रूप ले सकती हैं. कोशिकाओं का डीएनए कंटेन सेल्स को बताता है कि उसे क्या करना है. ये म्यूटेशन हेल्दी सेल्स के मर जाने पर कोशिकाओं को बढ़ने और अलग रहने का निर्देश देता है.एक्सपर्ट कहते हैं कि मुंह के असामान्य कैंसर सेल्स ट्यूमर का रूप ले सकते हैं. यदि आपको दो सप्ताह से ज्याद मुंह के अंदर ऐसी शिकायतें दिख रही हैं तो डेंटिस्ट या डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर शरीर में दिख रहे लक्षणों और संकेतों की जांच कर बीमारी का पता लगाएगा.