मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के रूप में मनाया जाता है। बता दे कि इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु के लिए व्रत भी रखा जाता है जिससे भक्तों को सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी वजह से इसे मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
बता दे कि इस साल मोक्षदा एकादशी इस साल तीन दिसंबर 2022 यानी कल मनाई जाएगी। ये शनिवार सुबह 05 बजकर 39 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन रविवार सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में अर्जुन को कुरुक्षेत्र में गीता का ज्ञान दिया था इसलिए इस दिन पर गीता जयंती भी मनाई जाती है।
मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह-सवेरे उठकर स्नान कर घर के मंदिर की सफाई करें। इस दिन भगवान विष्णु के चतुर्भुज स्वरूप के सामने दीपक और धूप जलाएं और फिर व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु का पंचामृत से अभिषेक करें। उन्हें फूलों की माला पहनाएं। इसके बाद विधि विधान से पूजा करें।
बता दे कि पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का भी वास होता है इसलिए एकादशी के दिन पीपल के पेड़ पर जल जरूर अर्पित करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।