सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में पीएम किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस मौके पर किसानों को फायदा पहुंचाने वाली कई योजनाओं की शुरुआत की गई, जिनमें पीएम भारतीय जन उर्वरक प्रयोजना एक देश, एक उर्वरक में शामिल है.
इस मौके पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया भी शामिल रहे. देश में खाद-उर्वरकों की बढ़ती हुई कीमतें, काला बाजारी और धांधली के कारण किसानों को खेती करते समय काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इसी समस्या को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने ‘एक देश – एक उर्वरक’ योजना शुरू की है.
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें-:
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, आज ‘वन नेशन, वन फर्टिलाइजर’ के रूप में किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध कराने की योजना भी शुरू हुई है. हमने यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग करके उसकी कालाबाजारी रुकवाई. हमने बरसों से बंद पड़े देश के छह सबसे बड़े यूरिया कारखानों को फिर से शुरू करने के लिए मेहनत की.
यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भारत अब तेजी से लिक्विड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है. नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है. जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है. ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का कमाल है. फर्टिलाइजर सेक्टर में रिफॉर्म के हमारे अब तक के प्रयासों में आज दो और प्रमुख रिफॉर्म, बड़े बदलाव जुड़ने जा रहे हैं.
पहला बदलाव ये है कि आज से देशभर की सवा 3 लाख से अधिक खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों के रूप में विकसित करने के अभियान की शुरुआत हो रही है. ये ऐसे केंद्र होंगे जहां खिर्फ खाद ही नहीं मिलेगी, बल्कि बीज, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, हर प्रकार की जानकारी जो भी किसान को चाहिए, वो इन केंद्रों पर एक ही जगह मिलेगी.