पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भारतीय जांच एजेंसियों—केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED)—के अनुरोध पर हुई है।
चोकसी, जो 2018 में भारत से फरार होकर एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले चुका था, हाल ही में इलाज के लिए बेल्जियम गया था। बेल्जियम पुलिस ने 11 अप्रैल को उसे एक अस्पताल से गिरफ्तार किया।
भारतीय एजेंसियों ने बेल्जियम के अधिकारियों को औपचारिक पत्र भेजकर चोकसी की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण की मांग की थी। इसके जवाब में, बेल्जियम पुलिस ने मुंबई कोर्ट द्वारा 2018 और 2021 में जारी दो गिरफ्तारी वारंट्स के आधार पर चोकसी को हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद, चोकसी ने बेल्जियम की अदालत में खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत याचिका दायर की है। भारत की जांच एजेंसियां बेल्जियम की अदालत में चोकसी की जमानत का विरोध कर रही हैं और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही हैं।
चोकसी पर 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले में शामिल होने का आरोप है। उसका भतीजा नीरव मोदी भी इस घोटाले में आरोपी है और लंदन में प्रत्यर्पण कार्यवाही का सामना कर रहा है। भारत सरकार की कोशिश है कि चोकसी को जल्द से जल्द भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाया जाए। हालांकि, चोकसी की नागरिकता, स्वास्थ्य स्थिति और कानूनी प्रक्रिया के चलते यह प्रक्रिया लंबी हो सकती है।