आदिकाल से संगीत का सेहत पर पड़ने वाले सकारात्मक पहलू को ही अब संगीत थेरेपी का नाम दे दिया गया है। आज यानी 21 जून को विश्व संगीत दिवस मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत सन 1982 में फ्रांस में हुई, लेकिन आज भारत समेत कई देश इस दिन को मनाते हैं। वही उत्तराखंड की बात करें तो यहां के गायक आज देश-दुनिया में पहचान बना चुके हैं। शिकायना मुखिया, पवनदीप राजन व वुमनिया बैंड खूब छाए हुए हैं। जानते हैं उत्तराखंड की इन प्रतिभा के बारे में….
पवनदीप राजन अपनी आवाज और हाथों में जादू से लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। इंडियन आइडल फेम पवनदीप का टैलेंट आज पूरी दुनिया विभिन्न मंचों के माध्यम से देख रही है। उनमें न सिर्फ सिंगिंग का हुनर है, बल्कि वे कई तरह के वाद्य यंत्रों पर भी अच्छी पकड़ रखते हैं।
18 वर्षीय दून की शिकायना मुखिया कम उम्र में ही देश विदेश के मंचों पर अपनी मखमली आवाज से लोग के दिलों में छाई हैं। शिकायना ने अब तक तुम जो मिले, राफ्ता, तेरे बिन ए चूड़ी, तेरा मेरा आदि गाने गाए। जिसमें ऑनलाइन शो में विदेश से भी उनके प्रशंसक हैं। जल्द ही नेपाल व आस्ट्रेलिया में गाने की प्रस्तुति देंगी। उन्होंने बताया कि वह अपने ओरिजिनल गानों पर काम कर रही हैं। जल्द ही उनकी एक एलबम आएगी।
देहरादून के महिलाओं का बैंड वुमनिया बैंड की महिलाएं विभिन्न राज्यों में अपनी प्रस्तुति से उत्तराखंड को खास पहचान दिला रही हैं। इनकी सुरीली आवाज उत्तराखंड से निकलकर देशभर में गूंज रही हैं। इस टीम ने खासतौर पर महिलाओं को जागरूक करने व दहेज, महिला सशक्तिकरण आदि मुद्दों पर गाने रिलीज किए। वर्ष 2017 में शुरू हुए यह बैंड दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात समेत अधिकांश राज्यों में प्रस्तुति दे चुका है।