उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की नाराजगी के बाद कांग्रेस में तीन दिनों से चला आ रहा गतिरोध फिलहाल थम गया है. राज्य में कांग्रेस हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगी. आज दोपहर हरीश रावत ने राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की. राहुल के साथ ढाई घंटे चली बैठक में यह फैसला लिया गया कि कांग्रेस हरीश रावत को औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाएगी लेकिन चुनाव की अगुवाई वही करेंगे.
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद होगा. वहीं राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हरीश रावत ने आगे कहा कैंपेन कमेटी की तरफ से मैं चुनाव लीड करूंगा. सब लोग उस काम में सहयोग देंगे. उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस के गीत गाएंगे. मैं कांग्रेस के लिए अपनी जिंदगी लुटाऊंगा.
पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी जानती है कि हमारे हर कदम से बीजेपी को ही दिक्कत होती है. रावत ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पास अधिकार रहा है कि कौन सीएम होगा. चुनाव के बाद बैठक में तय होता है कि कौन नेता होगा, उसका नाम कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा जाता है. उत्तराखंड में भी यही होगा, सीएम कौन होगा यह बाद में तय होगा. इसके बाद सभी उत्तराखंड कांग्रेस के नेता एक होते हुए नजर आए.
इस मौके पर कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, और यशपाल आदि मौजूद रहे. हम आपको बता दें कि दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेसी नेताओं का आपसी विवाद भले ही सुलझ गया है लेकिन उत्तराखंड में हरीश रावत के समर्थक और विरोधी गुटों के कार्यकर्ताओं में टकराव बरकरार है. आज दोपहर जब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कि राहुल गांधी के साथ मुलाकात हो रही थी उसी दौरान राजधानी देहरादून के कांग्रेस मुख्यालय पर हरीश रावत और विरोधी गुट के समर्थक आपस में भिड़ गए.
–शंभू नाथ गौतम