बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि देश की राजधानी दिल्ली के नजदीक हरियाणा में सांप्रदायिक दंगा भड़कना और गुड़गांव आदि में इसका बिना रोक टोक फैल जाना बेहद दुखद है। लोगों की संपत्तियों की भारी हानि होने से यह साबित होता है कि हरियाणा में मणिपुर की तरह ही कानून व्यवस्था ध्वस्त है। वहां का खुफिया तंत्र निष्क्रिय है। कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में हरियाणा की मदद करे।
मायावती ने बुधवार को बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि जैसा हरियाणा राज्य का दावा है दंगा विहिप आदि की यात्रा पर पथराव को लेकर शुरू हुआ। इससे यह स्पष्ट है कि हरियाणा सरकार यात्रा को सुरक्षा देने में विफल रही है। कुल मिलाकर इससे वहां की सरकार की नीति, नीयत व कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। जब वहां की सरकार प्रस्तावित यात्रा, जुलूस तक को सुरक्षा नहीं दे सकती है तो ऐसे आयोजन की अनुमति ही क्यों देती है। यह वह सवाल है जिसे हर सरकार को अपने आप से पूछना चाहिए।
नूंह की घटना को देखकर लग रहा है कि हरियाणा के पास दंगा व उसे लेकर आगे भड़क रही हिंसा को रोकने की नीयत का अभाव है जो चिंता जनक है। वैसे भी मणिपुर हो या हरियाणा समेत अन्य राज्यों की शर्मनाक घटनाएं, दंगा एवं हिंसा को राजनीति तथा संकीर्ण स्वार्थ पूर्ति का साधन बनने की अनुमति किसी भी राज्य सरकार को नहीं देनी चाहिए। लोगों की जान माल और मजहब की सुरक्षा राज्य सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी बनती है। बसपा ने चार बार हुकूमत कर प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतरीन बनाई
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