बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि एनडीए और महागठबंधन में 100 और 99 का ही अंतर रहा. एनडीए को बस बहुमत मिल गया है और नीतीश कुमार का फिर से सीएम बनने का रास्ता साफ हो गया.
243 सीटों में एनडीए को 125 सीटें मिली. ये जादुई संख्या यानी स्पष्ट बहुमत 122 से सिर्फ 3 अधिक है. वहीं महागठबंधन को 110 सीटें मिली.
चुनावी सभाओं में भीड़ भाड़, चुनावी सर्वे के आंकड़े और चुनावी पंडितों की भविष्यवाणी सभी आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन का पलड़ा ही झुका रहे थे,
लेकिन जनता के मन को कोई थाह नहीं पाया। लोग भीड़ के वोट में तब्दील होने की बात कहते हैं, लेकिन बिहार में आरजेडी बढ़े वोट प्रतिशत को सीटों में तब्दील नहीं कर पाई.
महागठबंधन में भी आरजेडी का वोट प्रतिशत सबसे ज्यादा यानी 23.1 फीसद रहा, जबकि बीजेपी 19.46 फीसद और जेडीयू को 15.38 फीसदी वोट मिले.
इस मारा-मारी में भी आरजेडी 2015 की साख बरकरार रखते हुए कुल 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. हालांकि 2015 की 80 सीटों के मुकाबले उसे इस बार 5 सीटों का नुकसान हुआ है.