आज बात फिर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच मचे सियासी घमासान की करेंगे। पश्चिम बंगाल में ‘सियासी खेला’ चरम पर है, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं इन दोनों पार्टियों की सियासी तपिश और तेज बढ़ती जा रही है ।
दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में सभी तरह की चालें चल रहें हैं। कभी पीएम मोदी और अमित शाह भारी पड़ते हैं तो कभी तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी । लेकिन अब भाजपा से निपटने के लिए दीदी को एक नया मजबूत हथियार मिल गया है । ममता इसी पर विराजमान होकर भाजपा हाईकमान को ललकार रहीं हैं ।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक हादसे के दौरान पैर में लगी चोट के बाद एक बार फिर से चुनाव मैदान में और ताकत के साथ निकल पड़ीं हैं । बता दें कि ‘दीदी चाहती तो किसी गाड़ी पर सवार होकर प्रचार कर सकती थी लेकिन किसी वाहन के अंदर बैठकर ममता बनर्जी के पैर पर चढ़ा प्लास्टर बंगाल की जनता को दिखाई नहीं पड़ेगा, तृणमूल कांग्रेस की चीफ चाहती हैं कि मेरे पैर पर लगी चोट कि जितनी ज्यादा से ज्यादा मार्केटिंग हो सके उतना ही उनकी पार्टी की झोली में वोट गिरेंगेे’ ।
इसीलिए ममता ने अब प्रचार करने के लिए एक नया साथी ढूंढ लिया है । ममता की यह नई सवारी है ‘व्हीलचेयर’। अब दीदी ने चुनाव प्रचार भी इसी व्हीलचेयर पर बैठकर शुरू कर दिया है । भाजपा से निपटने के लिए यह व्हीलचेयर दीदी का सियासी ‘मास्टर स्ट्रोक’ माना जा रहा है ।
फिलहाल अभी कुछ दिनों तक बनर्जी इस व्हीलचेयर से उतरने वाली नहींं हैं । रविवार को दीदी जब व्हील चेयर पर बैठ कर अपने घायल पैर को आगे निकालकर कोलकाता की सड़कों पर 5 किलोमीटर लंबा रोड शो कर रहीं थीं तब भाजपा की धड़कन जरूर बढ़ गई होंगी ।
इस दौरान उनके साथ हजारों की संख्या में पीछे-पीछे चल रही लोगों की भीड़ भाजपा को कोसते नजर आए । ममता के साथ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी थे। इस रोड शो के दौरान दीदी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थीं, जबकि सुरक्षाकर्मी उनकी व्हीलचेयर को पकड़ कर आगे बढ़ा रहे थे। टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बनर्जी को ‘बंगाल की बेटी’ बताने वाले पोस्टर और तख्तियां पकड़ी हुई थीं ।
तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और विधानसभा चुनाव में ‘बाहरी लोगों को हराने’ की अपील की । ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘एक घायल बाघ कहीं अधिक खतरनाक होता है’ ।