मानसून शुरुआत में भले ही कमजोर रहा हो, लेकिन अब धीरे-धीरे प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। नैनीताल जिले में बीते 24 घंटे में इस सीजन की सर्वाधिक वर्षा रिकार्ड की गई है। गुरुवार को दिनभर बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। साथ ही जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में 29 सड़कें मलबा आने और भूस्खलन की वजह से बंद हो गईं।
ऐसे में झमाझम वर्षा ने जहां गर्मी से राहत दी है, तो वहीं लोगों को समस्याएं भी हो रही हैं। जिला आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार, जिले में 24 घंटे में 40.21 मिलीमीटर कुल औसत वर्षा रिकार्ड की गई। मुक्तेश्वर, धारी और नैनीताल में सबसे ज्यादा बारिश हुई। बुधवार देर रात से गुरुवार दोपहर तक लगातार बारिश होने से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा।
हल्द्वानी के मुख्य मार्गों में हल्के जलभराव की स्थिति बनी रही। इससे राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों को काफी समस्या हुई।वहीं, हल्द्वानी में इंदिरानगर क्षेत्र का नाला ओवरफ्लो होने से गौजाजाली क्षेत्र की गलियों में नाले का पानी भर गया। इससे संबंधित इलाके लोग काफी परेशान हुए। हालांकि, दोपहर बाद बारिश थमने से जलभराव से राहत मिली। गरमपानी मुख्य बाजार के ठीक सामने शिप्रा नदी पार स्थित ग्रामीण के मकान के ठीक ऊपर पहाड़ी से भारी भूस्खलन हो गया।
भूस्खलन की आवाज सुन बाजार के बासिदे घरों से बाहर निकल आए। अनहोनी की आशंका से लोग परिवार के सदस्यों से संपर्क साधने में जुटे रहे। हालांकि जनहानि की कोई सूचना नहीं है। लगातार पहाड़ी दरकने से खतरा बना हुआ है। लगातार हुई बारिश के बाद अब कमजोर पहाड़ियां दरकने लगी है।