एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अपनी प्रस्तावित ₹15,000 करोड़ की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए मंजूरी मिल गई है। यह IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा, जिसमें एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक. अपने 10.18 करोड़ शेयर, जो कंपनी की इक्विटी पूंजी का 15% हैं, बेचेगी।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, जो 1997 में स्थापित हुआ था, घरेलू उपकरणों और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख खिलाड़ी है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में ₹21,352 करोड़ का राजस्व और ₹1,511.07 करोड़ का कर पश्चात लाभ दर्ज किया, जो इसके मजबूत बाजार प्रदर्शन को दर्शाता है।
यह IPO, यदि सफलतापूर्वक संपन्न होता है, तो भारत का पांचवां सबसे बड़ा IPO बन जाएगा, इसके पहले LIC, हुंडई मोटर इंडिया, पेटीएम और कोल इंडिया के IPOs हैं। IPO की आय Morgan Stanley, JPMorgan, Axis Capital, BofA Securities और Citigroup Global Markets India द्वारा प्रबंधित की जाएगी।
यह कदम भारतीय बाजार में एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स की उपस्थिति और मूल्यांकन बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से उस समय में जब बाजार में मंदी का सामना किया जा रहा है।