कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर चीन को जमीन ‘सौंपने’ का जो आरोप लगाया है उसपर केंद्र सरकार के मंत्रियों ने पलटवार किया है. गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि राहुल को अपने दादा (जवाहर लाल नेहरू) से यह पूछना चाहिए था कि चीन को जमीन किसने दी. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह और मुख्तार अब्बास नकवी ने भी राहुल गांधी को घेरा है.
गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, ‘उन्हें अपने दादा (जवाहर लाल नेहरू) से पूछना चाहिए था कि भारत की जमीन चीन को किसने दी थी. उन्हें जवाब मिल जाता. कौन देशभक्त है और कौन नहीं यह जनता जानती है.’भारत-चीन डिसइंगेजमेंट पर राहुल गांधी ने जो बयान दिया उसपर केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने कहा, ‘हमारी सरकार ने आसपास के देशों को जता दिया है कि अगर आप भारत पर वार करेंगे तो भारत भी वार करेगा.
राहुल गांधी ना समझते हैं और न ही समझने का प्रयास करते हैं. उनमें गंभीरता नहीं है. यह अपरिपक्व बयान है. वहीं मुख्तार अब्बास नकवी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी कहीं और से सुपारी लेकर देश को बदनाम करने के षड्यंत्र और सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने की साजिशों में लगे हैं तो उसका कोई इलाज नहीं है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चीन के साथ सीमा पर गतिरोध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से संसद के दोनों सदनों में दिए गए वक्तव्य की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘भारत माता का एक टुकड़ा’ चीन को दे दिया.
LAC विवाद पर राजनाथ सिंह ने दिया था बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों को बताया कि चीन के साथ पैंगोंग झील के उत्तर एवं दक्षिण किनारों पर सेनाओं के पीछे हटने का समझौता हो गया है और भारत ने इस बातचीत में कुछ भी खोया नहीं है.
सिंह ने कहा कि पैंगोंग झील क्षेत्र में चीन के साथ सेनाओं के पीछे हटने का जो समझौता हुआ है, उसके अनुसार दोनों पक्ष अग्रिम तैनाती चरणबद्ध, समन्वय और सत्यापन के तरीके से हटाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि अब भी पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनाती तथा गश्ती के बारे में ‘कुछ लंबित मुद्दे’ बचे हुए हैं जिन्हें आगे की बातचीत में रखा जाएगा.