ऋषिकेश । शनिवार से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में कोविड19 टीकाकरण अभियान शुरू हो गया। इसके तहत पहले दिन करीब 100 हैल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन लगाई गई।
शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा देशभर में कोविड19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया। इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश में निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने फीता काटकर संस्थान में टीकाकरण अभियान का विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे पहला टीका एम्स के कोविड सेंटर में तैनात महिला हाउस कीपिंग स्टाफ मीना देवी को लगाया गया। इस अवसर पर लोगों में कोविड19 वैक्सीन को लेकर चल रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने स्वयं दूसरा टीका व संस्थान के डीन प्रो. मनोज गुप्ता जी ने तीसरा टीका लगवाया। इस अवसर पर निदेशक एम्स ने कहा कि चिकित्सा वैज्ञानिकों द्वारा अपने ही देश में तैयार की गई कोविड19 वैक्सीन को लेकर लोगों में चल रही तमाम भ्रांतियां फिजूल हैं।
लिहाजा हमें टीकाकरण को लेकर किसी भी अवैज्ञानिक व तथ्यहींन बातों में नहीं आना चाहिए, वरन कोविड संक्रमण से बचाव व सुरक्षा के लिए टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दुनिया का सबसे बड़ा कोविड 19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी गई है, जो कि निसंदेह जल्द ही सफलता का मुकाम हासिल करेगा और देशवासी कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह से सुरक्षित रह सकेंगे।
निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि कोविड टीकाकरण अभियान के तहत दूसरी वैक्सीन 28 दिन के बाद लगेगी, लिहाजा तब तक हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरतनी है।
उन्होंने सभी को आगाह किया कि जब तक देशभर में शत- प्रतिशत लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लग जाती है, तब तक हमें एक दूसरे से दो गज की दूरी और मास्क है जरुरी नियम का अनिवार्यरूप से पालन करना होगा।