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रेलवे में कैसे तय होता मालभाड़ा, जानिए प्रोसेस और चार्ज

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भारतीय रेलवे यात्री परिवहन के साथ-साथ माल ढुलाई का भी सबसे बड़ा साधन है. आपको जानकार हैरानी होगी कि रेलवे को सबसे ज्यादा कमाई माल भाड़े से होती है. क्योंकि, हर दिन बड़ी संख्या में मालगाड़ी और अन्य पार्सल ट्रेनों के जरिए रेलवे माल ढुलाई का काम करता है.

रेल से सफर करने वाले यात्रियों को बुकिंग प्रोसेस और किराये के बारे में पूरी जानकारी होती है लेकिन पार्सल बुक कराने की प्रोसेस और चार्जेस के बारे में लोग कम ही जानते हैं. आइये आपको बताते हैं आखिर रेलवे में पार्सल बुक कराने की क्या प्रोसेस होती है?

रेलवे में कैसे बुक होता है पार्सल
ट्रेन के जरिए पार्सल, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से बुक किया जा सकता है. भारतीय रेलवे व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों तरह की पार्सल सर्विस मुहैया कराती है. आप ट्रेन के जरिए बाइक या अन्य घरेलू इस्तेमाल का भारी सामान बुक करा सकते हैं. इसके लिए आप रेलवे स्टेशन पर स्थित पार्सल काउंटर और https://parcel.indianrail.gov.in पर विजिट करके बुकिंग करा सकते हैं.

किलोमीटर और वजन के हिसाब से किराया
माल ढुलाई में रेलवे दूरी और पार्सल के वजन के हिसाब से किराया लेता है. किलोमीटर और पार्सल के वजन के हिसाब से किराये की दर को लेकर रेलवे चार्ट, वेबसाइट पर उपलब्ध है. मान लीजिए आप पटना से दिल्ली के लिए कोई 25 किलो वजनी सामान ट्रेन में बुक कराना चाहते हैं तो इसके लिए 320 रुपये किराया देना होगा. दरअसल रेलवे के पार्सल चार्ट के अनुसार, 1051 से 1075 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 50 किलो वजनी पार्सल के किराये की कीमत 320.16 रुपये है.

वहीं, अगर सामान का वजन 1 क्विंटल तक होता है तो पार्सल चार्ज 533 रुपये होगा. हालांकि, इसमें रेलवे द्वारा निर्धारित अन्य शुल्क भी जोड़ा जा सकता है. जिसकी स्पष्ट जानकारी रेलवे पार्सल काउंटर पर मिलेगी.

बुकिंग प्रोसेस
रेलवे में पार्सल बुक कराने के लिए आपको अपना सामान पार्सल ऑफिस लेकर जाना होगा. इसके बाद फॉर्वडिंग लेटर को फिल करने के बाद फीस जमा करानी होगी. खास बात है कि ट्रेन छूटने से आधे घंटे पहले भी पार्सल बुक कराया जा सकता है. बाइक या अन्य छोटे वाहन को बुक कराने के लिए गाड़ी के रजिस्ट्रेशन पेपर और सरकारी आईडी अनिवार्य है. इसके अलावा, गाड़ी का पेट्रोल टैंक पूरी तरह खाली होना चाहिए.








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