हम और हमारे चारों तरफ से घिरा यह वातावरण सब ही प्रकृति की देन हैl कहा जाता है कि मानव शरीर का निर्माण प्रकृति के मुख्यतः पांच तत्वों से मिलकर हुआ है l वह पांच तत्व है- पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाशl जिस तरह से हमारा शरीर प्रकृति के इन पांच तत्वों पर निर्भर करता है उस तरह से प्रकृति का संरक्षण भी हमारा धर्म माना जाता हैl इसके साथ ही पांच तत्वों से बने इस शरीर को स्वस्थ और सुरक्षित रखना भी हमारा कर्तव्य माना जाता हैl
हम सभी जानते हैं कि स्वास्थ्य ही जीवन का सबसे बड़ा खजाना हैl एक कहावत भी है कि ‘पहला सुख निरोगी काया’ अर्थात शरीर को स्वस्थ रखना ही पहला सुख हैl लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में आमतौर पर लोग अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देतेl आधुनिकता की ओर बढ़ रही इस दुनिया में बहुत सी चीजें हम लोग नजरअंदाज कर देते हैंl जिसके बाद हम कई तरह की स्वास्थ्य और मानसिक समस्याओं का भी शिकार हो जाते हैंl इन सब से बचाव के लिए बेहद जरूरी है खुद को फिट रखनाl ऐसे में साइकिलिंग एक बेहतरीन और असरदार तरीका साबित हो सकता हैl
जी हां साइकिलिंग एक बेहतरीन वर्कआउट होने के साथ-साथ इस भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में तनाव दूर करने में भी मददगार साबित होता हैl सिर्फ सेहत ही नहीं बल्कि यह इको फ्रेंडली भी है यानी इसके इस्तेमाल से पर्यावरण को कोई भी नुकसान नहीं होता हैl यहां तक कि इसे दुनिया का सबसे सस्ता ट्रांसपोर्ट व्हीकल भी माना जाता हैl
यह सब जानने के बाद आपके मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि साइकिल के खोजकर्ता कौन थे? तो आपको बता दें कि साइकिल के आविष्कार का श्रेय जर्मनी के वन अधिकारी कार्ल वॉन ड्रैस को जाता है। दुनिया की पहली साइकिल वाॅन ड्रैस द्वारा साल 1817 में बनाई गई थी। वह 23 किलोग्राम वजन वाली दो पहिया साइकिल पूरी तरह से लकड़ी की बनी हुई थीl उसमें पेडल ना होने के कारण उसे धक्का मार कर चलाया जाता था l लेकिन आज हमारे पास दो-पहिया साइकिल के अलावा, एक-पहिया और तीन-पहिया साइकिल भी मौजूद हैl
साइकिल चलाकर ईंधन को भी बचाया जा सकता इसीलिए दैनिक जीवन में साइकिल के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से साल 2018 से हर वर्ष 3 जून को विश्व साइकिल दिवस के रूप में मनाया जाता हैl यह दिन साइकिल के विशेषता को समझने और इसकी प्रतिभा को पहचान देने के लिए भी प्रोत्साहित करता हैl
अध्ययनों के अनुसार रोजाना आधे घंटे साइकिल चलाना वजन घटाने से लेकर मसल्स बनाने तक बहुत फायदेमंद साबित होता है l तो आइए जानते हैं साइकिलिंग के बहुत से अनोखे फायदे-
1.ह्रदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा होगा कम
नियमित रूप से साइकिल चलाने से हृदय से जुड़ी बीमारियां जैसे स्ट्रोक, दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता हैl साइकिलिंग के दौरान दिल की धड़कने तेज हो जाती है जिससे ब्लड सरकुलेशन बेहतर होने लगता है और हमारे स्वास्थ्य पर काफी सकारात्मक असर देखने को भी मिलता हैl
2.वजन कम करने में मददगार
रोजाना साइकिल चलाना मोटापे को कम करने का रामबाण इलाज हैl अध्ययनों के अनुसार साइकिलिंग करने से हर घंटे 300 कैलरी बर्न होती हैl ऐसे में आप जितना साइकिल चलाएंगे उतना आपके शरीर का फैट कम होगाl ऐसे में रोजाना 30 मिनट साइकिल चलाने से 6 महीने में करीब 12 फ़ीसदी वजन कम किया जा सकता हैl यदि आप मोटापा कम करना चाहते हैं तो “रोज साइकिल चलाइए और स्लिम ट्रिम बॉडी पाइए“
3.बीमारियों को करे दूर
जो लोग रोजाना साइकिल चलाते हैं, उनमें बिमारियों से पीड़ित होने का रिस्क कम हो जाता है। इसको लेकर किये गये सर्वे से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से साइकिल का इस्तेमाल करते हैं उनका शरीर बाकी लोगो के मुताबिक़ काफी ज्यादा स्वस्थ रहता है। इसके अलवा साइकिलिंग से इम्यूनिटी सिस्टम भी मज़बूत बनता है, ये फेफड़ों को भी स्वस्थ बनाता है, और कैंसर रिस्क को कम करता है।
4.याददाश्त तेज करने में मददगार
साइकिल चलाने से एक नहीं कई फायदे मिलते हैं। इसपर किये गए सर्वे के अनुसार नियमित रूप से साइकिल चलाने वालो की याददाश्त अन्य लोगों की तुलना में 15 फीसदी तक बढ़ जाती है। इसके साथ ही दिमाग में नई कोशिकाओं का भी विकास होता है और ब्रेन सेल्स काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं। जिससे आपका दिमाग पूरे दिन भर फ्रेश रहेगा और आपको दिन की शुरुआत करने के लिए ऊर्जा से भर देगा।
5.अच्छी और चमकदार त्वचा के लिए लाभदायक
शायद ही आपको पता होगा कि साइकिल चलाने से सेहत के साथ साथ सुन्दरता भी बढ़ती है। अगर आपको भी अपनी स्किन क्वालिटी अच्छी करनी है तो “प्रतिदिन साइकिल चलाईये और ग्लोइंग स्किन पाईये”। जी हाँ साइकिलिंग करने से हमारे शरीर का ब्लड फ्लो काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिस कारण ब्लड सेल्स और स्किन में ऑक्सीजन की पर्याप्त पूर्ति हो जाती है और त्वचा सेहतमंद और ग्लोइंग दिखने लगती है। इतना ही नहीं बल्कि ऐसा होने पे हमारी झुर्रियों में भी काफी कमी आती है, और हम अधिक जवान दिखने लगते हैं।
6.तनाव और अवसाद को भी करता है कंट्रोल
यदि आप चिंता, अवसाद और अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याओं से परेशान हैं तो साइकिल चलाना एक बेहतरीन जरिया माना जाता है। यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रोमोट करता है और डिप्रेशन, स्ट्रेस , टेंशन को ज़िन्दगी से काफी हद तक दूर रखता है।
7.मजबूत होती हैं मांसपेशियां
साइकिलिंग एक ऐसा व्यायाम है, जिसमें पूरे शरीर को शामिल किया जाता है। लगातार साइकिलिंग करने से हमारे हाथ-पैरों की मांसपेशियां काफी ज्यादा मजबूत बनती है। यह हमारे घुटनों और जॉइंट्स के लिए भी लाभदायक होता है। बल्कि यह अच्छी नींद के लिए भी उपयोगी माना जाता है। अगर आप रोज सुबह साइकिलिंग करते हैं तो बॉडी की एक्सरसाइज होने से थकान होती है जिसका फायदा आपको रात में अच्छी नींद में मिलता है।
साइकिल चलाना न केवल एक मजेदार एक्टिविटी है, बल्कि यह हमारे बचपन की यादो को भी ताजा कर देता है। क्योंकि बचपन में हम सबने साइकिल चलाई है। लेकिन इस आधुनिकता की दौर में लोग साइकिल चलाने से शर्मिंदगी महसूस करते हैं। तो क्यों न हम अपने इस शर्मिंदगी को पीछे छोड़ फिर से बचपन की यादों को ताजा करें।
जैसा कि हमने इस आर्टिकल में साइकिलिंग के फायदे बताये हैं यदि आप भी इन फायदों का लाभ उठाना चाहते हैं तो अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ वक़्त निकालकर साइकिलिंग करें।
– नुपुर चटर्जी