बाल दिवस 2021 का दिन भारत में बच्चों के लिए बहुत खास होता है. हर साल 14 नवंबर को देश में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर बाल दिवस मनाया जाता है. उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था. वैसे देश में 1925 से ये खास दिन मनाया जा रहा है
जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर को हुआ था. उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था. यही वजह है कि बच्चे आज भी उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं.
नेहरू कहते थे कि बच्चे देश का भविष्य है इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें प्यार दिया जाए और उनकी देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें.
बाल दिवस के दिन स्कूलों में तरह-तरह के रंगारंग कार्यक्रमों, मेलों और ढेर सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इस दिन स्कूलों में बच्चों के बीच मिठाई और टॉफियां बांटी जाती हैं. कई जगह बच्चों को गिफ्ट भी दिए जाते हैं.
भारत और विश्व दोनों जगहों पर बाल दिवस मनाया जाता है. लेकिन सबसे पहले 1925 में इस दिन की शुरुआत हुई थी. ये दिन पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए होता है, पिकनिक, गिफ्ट और स्कूल में कार्यक्रम किए जाते हैं. 1954 में संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी.
जिसके चलते हर साल 20 नवंबर को पूरी दुनिया में बाल दिवस मनाया जाता था. लेकिन 1964 में जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद भारत में 14 नवंबर को 14 दिवस मनाने का ऐलान किया गया.
नेहरु के निधन से पहले भारत में भी 20 नवंबर को ही ये खास दिन मनाया जाता था. 14 नवंबर 1889 को नेहरु का जन्म हुआ था और उन्हें बच्चों और गुलाब के फूलों से बहुत प्यार था. उन्हें बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहा करते थे.
साभार-हरिभूमि