तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है. किसान इन कानूनों के खिलाफ करीब एक साल से प्रदर्शन कर रहा है. लेकिन न सरकार इसका समाधान निकाल रही है न किसान पीछे हट रहे है. ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर बार फिर केंद्र सरकार को घेरने का सोचा है. इसमें कई और किसान संगठन भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक किसानों ने कहा कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा और किसान यह सुनिश्चित करेंगे कि लोगों को कोई असुविधा न हो. इस दौरान एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड जैसे इमरजेंसी वाहनों को छोड़कर किसी भी तरह की आवाजाही नहीं होने दी जाएगी.
केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों, बाजारों, दुकानों, कारखानों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को किसानों द्वारा भारत बंद के दौरान काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक लागू रहेगा. इसके अलावा सार्वजनिक और निजी परिवहन को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि इस विषय को लेकर 20 सितंबर को मुंबई में ‘राज्य स्तरीय तैयारी बैठक’ होगी.