केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं. सरकार और किसानों के बीच 10 दौर से अधिक की बातचीत के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकल पाया. किसान लगातार दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं.
किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया है. किसान नेता राकेश टिकैत कर्नाटक पहुंचे हैं.
राकेश टिकैत ने बेंगलुरु में किसानों से 26 मार्च को कर्नाटक बंद करने का आह्वान किया है. राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के किसानों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर समस्या है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि लागू किए गए नए कानूनों का वापस लिया जाना जरूरी है.
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. टिकैत ने कहा कि बेंगलुरु में आंदोलन का नया प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा.
उन्होंने इसे लेकर चर्चा करते हुए कहा कि यहां के जो लोग दिल्ली नहीं जा सकते, वे यहीं आंदोलन करें. हमें बेंगलुरु को ही दिल्ली बनाना है. टिकैत ने सरकार के साथ बातचीत को लेकर भी बात की.
किसान नेता टिकैत ने साफ किया कि 22 जनवरी से लेकर अब तक, किसानों की सरकार के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार हमें कहीं मिले तो हम जरूर बात करेंगे.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर चुनाव वाले राज्यों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं तो वे वहां भी जाएंगे. गौरतलब है कि राकेश टिकैत ने चुनाव वाले राज्यों में जाकर किसानों से बीजेपी के खिलाफ वोट करने की अपील करने का ऐलान कर रखा है.