सावन के दूसरे सोमवार पर तड़के से ही बरेली के नाथ मंदिरों में जलाभिषेक शुरू हो गया। इससे पूर्व रविवार शाम से ही शहर में कांवड़ियों के आने सिलसिला शुरू हो गया। वहीं शाही से कांवड़ियों ने बुलडोजर वाली कांवड़ यात्रा निकाली।
भगवान भोलेनाथ की आराधना के पवित्र माह सावन में आस्था के अजब-गजब रंग देखने को मिल रहे हैं। डीजे के साथ धूमधाम से शिवभक्त कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं। बरेली के शाही क्षेत्र में रविवार को एक अनोखी कांवड़ यात्रा देखने को मिली। इस कांवड़ यात्रा में कांवड़िये बुलडोजर पर सवार होकर कांवड़ लेकर गए। इस कांवड़ यात्रा की इलाके में खूब चर्चा हो रही है।
सावन के दूसरे सोमवार पर तड़के से ही बरेली के नाथ मंदिरों में जलाभिषेक शुरू हो गया। शिवभक्तों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। रविवार शाम से ही जलाभिषेक के लिए भक्त पूरे जोश के साथ हरिद्वार, रामगंगा और कछला से गंगाजल लेकर नाथनगरी पहुंचने लगे थे। सोमवार को गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक किया गया। इस दौरान शिवालयों में महादेव के जयघोष गूंज उठे।
13 जुलाई को वनखंडीनाथ से कछला के लिए रवाना हुआ कांवड़ियों का जत्था गंगाजल लेकर रविवार शाम को वापस आ गया। जत्थे के मंदिर पहुंचने पर मंदिर कमेटी के लोगों ने महंत सतीश राठौर, महंत राजेश राठौर सहित सभी सदस्यों का फूल मालाओं से स्वागत किया। इसी तरह शहर के विभिन्न इलाकों से गए तमाम जत्थे देररात तक शहर पहुंच गए। सुबह से जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया।