ओल्ड लिपु से कैलास मानसरोवर दर्शन कराने की कवायद प्रारंभ होने लगी है। चुनपानी से ओल्ड लिपु तक पैदल मार्ग का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। जल्द ही व्यू प्वाइंट भी बन जाएगा। सब कुछ ठीकठाक रहा तो मध्य अक्टूबर के पास भारत से ही हिंदुओं के सबसे बड़े तीर्थ के दर्शन होने लगेंगे।
देशभर के शिवभक्त धारचूला होते हुए ओल्ड लिपु पहुंच कर कैलास के दर्शन कर सकेंगे। लिपुलेख मार्ग पर नाबीढांग के निकट चुनपानी से लगभग डेढ़ से दो किमी की चढ़ाई चढ़कर 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ओल्ड लिपु से कैलास मानसरोवर के दर्शन होते हैं।
भारत की सीमा से ही कैलास दर्शन होने से प्रत्येक शिव भक्त की कैलास दर्शन की अभिलाषा पूरी हो सकती है। बिना वीजा, पासपोर्ट और चीन की अनुमति के ही शिवभक्त कैलास के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए कवायद प्रारंभ हो चुकी है। चुनपानी से ओल्ड लिपु तक पैदल मार्ग निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है।
वहीं बीआरओ व्यू प्वाइंट का भी निर्माण करने जा रहा है। चुनपानी से ओल्ड लिपु तक लगभग डेढ़ से दो किमी के बीच पैदल मार्ग निर्माण किया जा रहा है। अत्यधिक ऊंचाई होने से यहां पर कार्य करने में परेशानी आती है और सुबह दस बजे के बाद तेज हवाएं चलने से कार्य बाधित होता है।