भारतीय महिला हॉकी टीम की दिग्गज खिलाड़ी वंदना कटारिया ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने की घोषणा की। 32 वर्षीय वंदना कटारिया ने अपने करियर में 320 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले और 158 गोल किए, जिससे वह भारतीय महिला हॉकी की सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक बन गईं। वंदना ने अपने करियर की शुरुआत 2005 में की थी और 15 वर्षों के शानदार सफर में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की।
वंदना कटारिया की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक 2020 के टोक्यो ओलंपिक में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किए गए हैट्रिक का रिकॉर्ड है, जो किसी भी भारतीय महिला खिलाड़ी द्वारा ओलंपिक में किया गया पहला हैट्रिक था। इसके अलावा, वंदना ने 2016 में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाई और 2018 में एशियाई खेलों में रजत पदक हासिल किया।
अपने संन्यास की घोषणा करते हुए वंदना ने कहा कि यह निर्णय उनके लिए बहुत कठिन था, लेकिन उन्होंने महसूस किया कि यह सही समय था। उन्होंने अपने हॉकी करियर को लेकर गर्व महसूस किया और भारतीय जर्सी पहनने को जीवन का अभिन्न हिस्सा माना। हालांकि, वह राष्ट्रीय लीग और हॉकी इंडिया लीग में खेलना जारी रखेंगी।
वंदना का संन्यास भारतीय महिला हॉकी के लिए एक बड़ा नुकसान है, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।