भारत में 22 से 23 अप्रैल 2025 की रात को भारतीय शेयर बाजार में कई अहम बदलाव हुए। इन बदलावों ने न केवल घरेलू बाजार को प्रभावित किया, बल्कि वैश्विक संकेतों का भी असर देखा गया।
GIFT Nifty: GIFT Nifty ने 206 अंकों की बढ़त के साथ 24,375 पर खुलने का संकेत दिया, जो एक सकारात्मक शुरुआत को दर्शाता है।
वॉल स्ट्रीट रैली: अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया। डॉव जोन्स 2.66%, S&P 500 2.51%, और Nasdaq 2.71% चढ़े।
अमेरिकी-चीन व्यापार तनाव: व्यापार तनावों में कमी के कारण अमेरिकी बाजारों में सुधार हुआ।
राष्ट्रपति ट्रंप का बयान: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल को हटाने की योजना नहीं होने की बात कही, जिससे बाजारों में राहत मिली।
Nifty 50 की बढ़त: भारतीय बाजार में Nifty 50 ने लगातार 6वीं बार बढ़त दर्ज की, जो 24,167.25 पर पहुंची।
वैश्विक संकेत: वैश्विक बाजारों में सुधार का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा, जिससे सकारात्मक रुझान देखा गया।
घरेलू बाजार का प्रदर्शन: घरेलू मजबूत बुनियादी कारक भारतीय बाजार को सहारा दे रहे हैं।
विपरीत संकेत: अमेरिकी बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर पड़ सकता है, जो सतर्क रहने की आवश्यकता को दर्शाता है।
मजबूत तिमाही परिणाम: विश्लेषक उम्मीद कर रहे हैं कि कुछ कंपनियों के मजबूत तिमाही परिणाम भारतीय बाजार को समर्थन देंगे।
निवेशकों की रणनीति: विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को “डिप्स पर खरीदारी” की रणनीति अपनानी चाहिए।
उधारी और जोखिम: उच्च उधारी वाले शेयरों से सावधान रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि ये जोखिम वाले हो सकते हैं।
सतर्क निवेश: विशेषज्ञों ने निवेशकों को सतर्क रहते हुए रणनीतिक निवेश की सलाह दी है, ताकि वे बाजार की अस्थिरता से बच सकें।