कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरी दुनिया में सबसे अधिक एक्टिव होकर भारत लड़ रहा है। टीकाकरण के मामले में भारत ने अमेरिका-ब्रिटेन जैसे देशों को पछाड़ दिया है और अब तक देश में 77.66 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज ले ली है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 7766319 लोगों को कोरोना टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। इनमें 58.65 लाख स्वास्थ्यकर्मी और 19 लाख अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता हैं। इसके साथ ही आज यानी शनिवार से लोगों को टीके की दूसरी खुराक देनी शुरू की जाएगी। जिन लोगों ने टीकाकरण के पहले दिन 16 जनवरी को टीका लगाया था, वह शनिवार को दूसरी खुराक लेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार को गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, झारखंड तथा ओडिशा, उत्तर प्रदेश समेत दस राज्यों में कुल 261309 लोगों को टीका लगाया गया। मंत्रालय ने कहा कि अब तक टीकाकरण के दुष्प्रभाव के कारण अस्पताल में भर्ती किए जाने के 33 मामले आए हैं जिनमें से 21 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
दो का उपचार चल रहा है तथा 10 की मृत्यु हो गई है। अब तक टीका लगने के बाद कुल 24 लोगों की मृत्यु के मामले सामने आए हैं। इनमें नौ मौतें अस्पताल में तथा 15 बाहर हुई हैं। लेकिन मौतों के अलग-अलग कारण हैं तथा टीके की वजह से यह मौतें नहीं हुई हैं।
भारत न सिर्फ अपने नागरिकों को वैक्सीन मुहैया करा रहा है, बल्कि विदेशों को भी मदद देकर विश्व समुदाय को मानव धर्म सीखा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि भारत ने कोरोना महामारी के दौर में विश्व के अन्य देशों के प्रति हमेशा की तरह मदद का हाथ बढ़ाया है।
अब तक विश्व समुदाय के लिए 229.7 लाख यानी सवा दो करोड़ से ज्यादा कोरोना टीकों की खुराक की आपूर्ति की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि टीकों की 64.7 लाख डोज अनुदान के तौर पर मुहैया कराए गए हैं, जबकि 165 लाख डोज व्यावसायिक आधार पर दिए गए। उन्होंने बताया कि आने वाले सप्ताहों में हम अफ्रीका, लैटिन अमेरिका व प्रशांत महाद्वीप के अन्य देशों को भी कोरोना के टीके प्रदान कराएंगे।
बता दें कि सरकार ने बताया है कि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए मार्च में जल्द ही टीकाकरण की शुरुआत होगी।