केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को हैदराबाद में विंग्स इंडिया 2022 में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि ‘भारत 2030 तक ड्रोन बनाने में विश्व में सबसे अग्रणी राष्ट्र बन जाएगा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर नींव तैयार कर दी गई है.
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत में बेड़े के आकार, विमान, हवाई अड्डों के निर्माण, नए मार्गों और विस्तार पारिस्थितिकी तंत्र में वृद्धि के लिए बहुत आशावादी हूं, फिर चाहे वह एमआरओ, कार्गो, एफटीओ और ड्रोन हो. पीएम ने कहा है कि भारत में साल 2030 तक ड्रोन के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनने की क्षमता है. नीति, प्रोत्साहन और मांग के नजरिए के आधार और जड़ों को मजबूती से रखा जा रहा है.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला नागरिक उड्डयन मार्केट है. देश में हवाई अड्डों की संख्या 2013-14 में 74 से बढ़कर अब लगभग 140 हो गई है. इसमें हेलीपोर्ट और पानी के गुंबद भी शामिल हैं. इस क्षेत्र में स्पेक्ट्रम का विस्तार भी हो रहा है. 2024-25 तक एयरपोर्ट की ये संख्या 220 तक जाने की संभावना है. 7 साल पहले देश में 400 विमान थे और यह संख्या अब बढ़कर 710 हो गई है. लक्ष्य है कि हर साल 100 से ज्यादा विमान तैयार हो.’