भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अपने ताज़ा पूर्वानुमान में कहा है कि वर्ष 2025 के मानसून सीज़न में देशभर में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। यह भविष्यवाणी कृषि और जल प्रबंधन के लिहाज़ से सकारात्मक मानी जा रही है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां सूखे की स्थिति बनी रहती है।
मौसम विभाग के महानिदेशक ने बताया कि ला नीना की संभावित वापसी और अनुकूल महासागरीय स्थितियों के कारण मानसून मजबूत रह सकता है। IMD ने यह भी संकेत दिया कि जून से सितंबर के बीच औसतन 106% बारिश हो सकती है, जो दीर्घकालिक औसत (LPA) से अधिक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वर्षा कृषि उत्पादन बढ़ाने, जलस्रोतों को भरने और तापमान को संतुलित रखने में मददगार साबित होगी। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा के कारण बाढ़ की आशंका भी जताई गई है, जिसके लिए राज्यों को पहले से तैयार रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग जल्द ही राज्यवार मानसून रिपोर्ट जारी करेगा, ताकि किसान और प्रशासन समय रहते आवश्यक योजनाएं बना सकें। यह पूर्वानुमान ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए एक उम्मीद की किरण के रूप में देखा जा रहा है।