भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। व्यापार सचिव सुनील बर्थवाल के अनुसार, दोनों देशों ने पहले चरण के व्यापार समझौते के लिए संदर्भ शर्तों को अंतिम रूप दिया है। इस समझौते का उद्देश्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
भारत ने अमेरिकी आयातों पर 23 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर से 5% से 30% तक के शुल्क में महत्वपूर्ण कमी करने की पेशकश की है। यह कदम भारतीय निर्यातकों के लिए राहतकारी है, विशेषकर झींगा निर्यातकों के लिए, जिन्हें अमेरिकी शुल्कों में वृद्धि से चुनौती का सामना करना पड़ रहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत सहित कई देशों के लिए प्रतिवर्ती शुल्कों में 90 दिन की स्थगन की घोषणा की है, जिससे भारतीय निर्यातकों को अस्थायी राहत मिली है।
भारत और अमेरिका के बीच यह समझौता वैश्विक व्यापार परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। दोनों देशों के बीच नियमित आभासी संवाद जारी रहेंगे, जिससे व्यापारिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।