पाहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा 27 अप्रैल से रद्द माने जाएंगे, जबकि मेडिकल वीज़ा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को अपने वीज़ा की समाप्ति से पहले देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी वीज़ा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा से बचने की सलाह दी है। जो भारतीय नागरिक वर्तमान में पाकिस्तान में हैं, उन्हें जल्द से जल्द भारत लौटने का आग्रह किया गया है।
इससे पहले, भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित किया, अटारी-वाघा सीमा चौकी को बंद किया, और पाकिस्तान के तीन सैन्य सलाहकारों को निष्कासित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों को “धरती के आखिरी छोर तक” खोजकर सज़ा देगा।
इन कठोर कदमों से भारत ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह आतंकवाद के प्रति ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाए हुए है और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।