भारत अपनी रक्षा निर्यात क्षमता को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने के लिए नए वित्तीय और कूटनीतिक उपायों को लागू कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2029 तक रक्षा निर्यात को $6 बिलियन तक दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए, भारतीय निर्यात-आयात बैंक (EXIM) के माध्यम से कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे पारंपरिक रूप से रूस पर निर्भर देशों को आकर्षित किया जा सके ।
भारत ने 2023-24 में ₹21,083 करोड़ का रक्षा निर्यात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 32.5% की वृद्धि दर्शाता है। इस वृद्धि में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।
कूटनीतिक दृष्टिकोण से, भारत ने अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और दक्षिण-पूर्व एशिया में 20 नए रक्षा अटैची तैनात करने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, ब्राजील और आर्मेनिया जैसे देशों में हथियारों की आपूर्ति बढ़ाई जा रही है, जहाँ भारतीय हथियारों ने 43% बाजार हिस्सेदारी प्राप्त की है ।
इस रणनीतिक पहल के माध्यम से, भारत वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला में अपनी स्थिति मजबूत करने और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।