भारत ने 2023-24 में ऐतिहासिक 1 अरब टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया है, जो ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस वर्ष कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने 773.81 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.04% अधिक है। इसके साथ ही, कुल कोयला और लिग्नाइट उत्पादन मिलाकर 1.04 अरब टन का आंकड़ा पार किया गया। हालांकि, 1 अरब टन के लक्ष्य से थोड़ी कमी रही, लेकिन यह उपलब्धि भारत की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है।
भारत में घरेलू उत्पादन में वृद्धि के कारण, आयातित कोयले की हिस्सेदारी 21% तक घट गई, जो पिछले वर्ष के समान अवधि में 22.5% थी। इसने भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत किया है। सरकार ने आगामी वर्षों में कोयला उत्पादन को 1.2 अरब टन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं, जैसे कि उत्पादन क्षमता बढ़ाना और बुनियादी ढांचे में सुधार करना।
यह सफलता भारत के ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और समृद्धि के मार्ग को खोलती है, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी।